Learn Digital Marketing in हिंदी, Take Digital Udaan.

Digital Udaan kaise bhare?

क्या आप जानते हैं कि आज 12 -15 साल पढ़ाई करने के बाद भी स्टूडेंट को नौकरी के लिए भटकना पड़ता है। हमारी शिक्षा पद्धति ही एसी है कि स्कूल व कालेज़ की शिक्षा में हमें सिर्फ़ किताबी कीड़ा बनाया जाता है। और हम 12-15 सालो तक वो रटते रहते हैं, जिसका हम अपनी असल जिंदगी में कभी प्रयोग ही नहीं करते।

अगर मैं यह कहूं कि हमारी शिक्षा पद्धति सिर्फ़ और सिर्फ़ डिग्रियां देने वाली मात्र रह गई है। क्योंकि हर इंसान को जो चीजें चाहिए या कहें कि उसकी पढाई लिखाई के बाद उसके गृहस्थ जीवन में जिन मूलभूत तीन तत्व की रिक्वायरमेंट होती है, कि पैसा कैसे कमाएं, आत्म निर्भर कैसे बना जाएं, कुछ करने वाला माइंड सेट कैसे बनाया जाए इत्यादि के बारे में बिल्कुल नहीं पढ़ाया जाता है।

हममें से ज्यादातर लोग कई कई डिग्रियां करने के बाद भी नौकरी की तलास में भटकते रहते हैं।

कोविड 19 की महामारी ने इसको पूरी तरह से सिद्ध कर दिया कि हमारी डिग्रियां धारी की धरी रह गई। और काम आया तो सिर्फ़ डिजिटल ज्ञान।  आज आपको कभी भी कहीं से भी किसी भी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से डिजिटल मार्केटिंग या डिजिटल का कोई भी मार्केट में available कोर्स कर लेना चाहिए। ताकि आप अपने सपनों की उड़ान भर सकें। ऐसा मेरा मानना है।

 अब समय आ गया है कि हमारी शिक्षा पद्धति में सुधार की ज़रूरत है साथ ही डिजिटल शिक्षा को पाठ्यक्रम में शामिल किया जाना आवश्यक हो गया है। क्योंकि आज का युग डिजीटल युग बन चुका है।

इस महामारी ने दुनियां में लोगों को झकझोर कर रख दिया था।आपने देखा होगा और हो सकता है कि आपके साथ भी ऐसा हुआ हो कि आप पूरी शिद्दत से काम कर रहे थे, पर आपकी सैलरी में कटौती की गई थी?

कोविड 19 के दौरान ऐसा हुआ था जब अधिकत्तर कर्मचारियों  को पूरी सैलरी नहीं दी जा रही थी, लेकिन उन्हें काम पूरा करना पड़ रहा था। शिक्षा जगत में टीचर्स ओर ट्रेनर्स भी इसी केटेगरी में शामिल हैं ,जहां वो बच्चों को पढ़ा तो रहे थे लेकिन सैलरी देने के नाम पर  60% तक की कटौती की जा रही थी। इससे उनके घर के खर्चे निकलने मुश्किल हो गए थे।  

लेकिन, इस कोविड 19 की महामारी  के दौरान ऐसे भी कई  कर्मचारी/Teachers थे जो इन सभी मुसीबतों से बचे हुए थे। ये वो लोग थे जिन्होंने अपनी एक ऑनलाइन पहचान बनाई हुई थी। अर्थात जो डिजिटल दुनियां से कुछ परिचित थे। और Digital Mediums के ज़रिये बच्चों को पढ़ा रहे थे या Train कर रहे थे। 

दोस्तो हमारा मानना है कि आप ने चाहें जिस स्ट्रीम में पढाई की हो। आपको डिजिटल मार्केटिंग की दुनियां का स्वाद अवश्य ही ले लेना चाहिए। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल आता है कि डिजिटल स्वाद या कहें कि डिजिटल पहचान बनाई कैसे जाए? या कहें कि इसके लिए क्या

आप डिटिटल marketing सीख कर अपने आप को और अपने ब्रांड को जन जन तक पहुंचा कर अपने बिज़नेस को लोकल से बोकल पर ला सकते  हैं। पुराने समय में लोग विज्ञापन करने के लिए रेडियो टीवी , बैनर होर्डिंग , न्यूज़ पेपर का सहारा लेते थे। लेकिन आज का समय इंटरनेट सोशल मीडिया का हैं। जिसकी सहायता से आप एक लाख लोगो तक अपने विज्ञापन को बड़ी ही आसानी से पंहुचा सकते है, वो भी बहुत ही कम खर्चे में ,इसलिए आज हम आपको डिजिटल मार्केटिंग करियर विकल्प के बारे में संपूर्ण जानकारी देने वाले है । 

आज हम यहां इस लेख में सिर्फ़ यह नहीं बताएंगे कि एक व्यापारी को डिजिटल मार्केटिंग किस तरह से लाभदायक है या सिर्फ़ डिजिटल मार्केटिंग बिज़नेस से ही संबन्धित है,बल्की आज हम इस लेख में यह भी बताएंगे कि आप चाहें किसी भी क्षेत्र में हैं, किसी भी स्ट्रीम से आपने पढाई की हो या पढाई कर रहें हों यहां तक कि चाहें आप कोई भी हों सिर्फ़ आपको थोड़ा पढ़ना लिखना आता हो। तो आपको अपनी लाइफ को बेहतर बनाने के लिए तथा अपने उभरते हुए कैरियर को बहुत ऊंची UDAAN देने के लिए डिजिटल मार्केटिंग सीखना बहुत ही ज़रूरी हो जाता है। 

अब हम आपको डिजिटल मार्केटिंग सब्जेक्ट से संबन्धित सभी पहलुओं को बहुत ही सटीक वा सरल भाषा में समझाने जा रहे हैं। अगर आप फ्री में डिजिटल मार्केटिंग सीख कर उसमें करियर बनाना चाहते है तो आप ये भी कर सकते है। इसके लिए आपको यूट्यूब पर ऐसे बहुत से डिजिटल मार्केटिंग के कोर्स हिंदी और इंग्लिश दोनों भाषाओं में मिल जाएँगे इन वीडियोस को देखकर आप डिजिटल मार्केटिंग के बारे में जान सकते है। और अपनी DIGITAL UDAAN को पंख लगा सकते हैं।

अगर आप फ्री में डिजिटल मार्केटिंग सीखते है तो, उसके लिए सबसे जरूरी यह है कि आप स्वयं की वेबसाइट और सोशल मीडिया  Accounts  /INSTAGRAM /TWITER LINKEDIN  bana  ले। ताकि आप जो भी वीडियो में देखे उसे प्रयोग भी करते रहे और उसे अच्छे से जान पाए। अगर आप फ्री डिजिटल मार्केटंग सीखते है तो आपको इसमें काफी समय भी लग सकता है।  

इसके अलावा आज के समय में शहरों के अंदर डिजिटल मार्केटिंग कोर्स कराने के बहुत से प्राइवेट संस्थान खुले हुए है। जंहा से आप सीख सकते है इन कोर्स की समय सीमा 6 माह से 1 वर्ष तक होती है।  

तो चलिये पहले समझते हैं डिजिटल मार्केटिंग क्या होता है ?

Digital Marketing एक ऐसी तकनीक है जिसके तहत Digital Devices के ज़रिये एक व्यक्ति कई हज़ार या लाखों लोगों तक पहुँच सकता है। 

इसके लिए अक्सर वेबसाइट, सोशल मीडिया, ईमेल, सर्च इंजन, इत्यादि Tools & Platforms का Use होता है। 

आज एक आम व्यक्ति से लेकर बड़े-बड़े Organizations इस Technique की मदद से अपनी डिजिटल पहचान बना रहे हैं। और संभावित ग्राहकों तक पहुँच कर अपनी Leads को बढ़ा रहे हैं। 

डिजिटल मार्केटिंग Geographic Restrictions को ख़त्म कर देती है, अर्थात, आप दिल्ली में बैठकर अमेरिका के न्यूयार्क में बैठे शख्श को अपने प्रोडक्ट या सर्विस बेच सकते हैं। अपने

अन्दर छुपे हुए ज्ञान को दुनियां को दिखा सकते हो। अपने ब्रांड को दुनियां के कौने कौने तक पहुंचा सकते हैं।

(Education Industry (Digital Marketing In Education Sector) की बात करें तो आज हमें डिजिटल प्लेटफॉर्म पर  बड़े-बड़े नाम सुनने को मिलते हैं। ये बड़े बड़े सभी Brands, डिजिटल मार्केटिंग का भरपूर उपयोग करके आज इस स्टेज तक पहुंच गए हैं। और आज इन्हें हर इंसान जानता है।

शिक्षा के क्षेत्र में वेब और डिजिटल मीडिया के बढ़ते उपयोग के कारण शिक्षा के लिए डिजिटल मार्केटिंग एक महत्वपूर्ण मंच बनता जा रहा है। या यह कहें कि शिक्षा ही क्यों दुनियां के सभी कामों में DIGiTAL की धूम मची हुई है। आज लगभग एक ठेले पर गोलगप्पा बेचने वाले से लेकर बड़े बड़े ब्रांड, कंपनियां या शिक्षाविद डिजिटल प्लेटफॉर्म अपनाने से अछूते नहीं रहे हैं।

लेकिन, अभी भी कई ऐसे शिक्षण संस्थान (Educational Platforms) हैं जिन्हें छात्रों और अभिभावकों तक पहुंचने के लिए अपनी डिजिटल Presence बढ़ाने की आवश्यकता है। 

आज के समय में डिजिटल पहचान ही एकमात्र Solution है जो गारंटी देता है कि आप Covid जैसे Pandemic में भी Safe रहेंगे और अपना घर चलाते रहेंगे।

अब सवाल है कि Digital Marketing For Trainers Or Teachers को Implement कैसे किया जाए?

इसका जवाब जानने से पहले थोड़ा समझ लेते हैं कि एक Teacher, Trainer या Coach को अपने Profession में किन-किन Problems का सामना करना पड़ता है। या आप जिस भी क्षेत्र में कार्यरत हैं या जिस भी फील्ड में जाना चाहते हैं। उसकी संभावित या वर्तमान प्रॉब्लम्स क्या है? ये देखना पड़ेगा।

शिक्षा से जुड़े या अन्य किसी भी क्षेत्र में लोगो की समस्याएं:

एक Teacher जो Offline Schools या Colleges में पढ़ाता है या फिर कोई दूसरे फील्ड के लोग अक्सर कई तरह के Problems Face करते हैं। In Fact, अपना घर चलाने और Job को Secure रखने के लिए वो Problems को जानते हुए भी इनसे पार नहीं पा पाते। Teachers या फिर इसी तरह के कुछ और लोगों के कुछ Common Problems की बात करें तो उनमे शामिल हैं :आज का समय डिजिटल  प्रतिस्पर्धा का समय है जिसके कारण सभी व्यवसाय भी डिजिटल होते जा रहे है। ऐसे में यदि आपको यही मालूम नहीं है कि Digital Marketing Kya Hai तो आप दूसरे लोगो की तुलना में काफी पिछड़ जाएँगे। इसलिए समय के साथ बदलाव जरूरी है ,यही बात आपके बिज़नेस पर भी लागू होती है। समय के साथ बिज़नेस करने के तरीकों में भी बदलाव होते जा रहे हैं। 

 

अब वो दिन बीत चुके हैं जब किसी प्रोडक्ट का प्रचार घर घर जाकर किया जाता था।  इससे समय की बहुत बर्बादी होती थी। और जितना फायदा होना चाहिए उतना नहीं होता था।

इसलिए आज के समय में प्रत्येक कम्पनी अपनी सर्विस और प्रोडक्ट का प्रचार करने के लिए डिजिटल तरीके अपना रही है। जब भी कोई कम्पनी कोई प्रोडक्ट या बिज़नेस की शुरुआत करती है,  तो उसे सफल बनाने के लिए कंपनियां डिजिटल मार्केटिंग का सहारा लेती हैं।

डिजिटल मार्केटिंग की सहायता से कंपनियां अपनी टार्गेटेड ऑडियंस तक आसानी से पहुंच कर अपने 

कम वेतन पर काम के घण्टे अधिक : ऐसे लोगों को अक्सर अपनी ड्यूटी पर ज़्यादा समय देने के लिए कहा जाता है लेकिन उसके बदले में उन्हें उतनी Salary नहीं दी जाती। अक्सर उन्हें कम ब्रेक दिया जाता है और छुट्टी के दिन भी कुछ न कुछ काम के लिए बुला लिया जाता है।

अपने 25 – 35 साल के Teaching Career या ऐसे ही अन्य क्षेत्र में, के बाद उनके पास किसी भी तरह के Retirement Benefits नहीं होते। उनके पास कोई Back Up Plan

नहीं होता और जिंदगी मानो ठहरी सी लगती है। किसी इमरजेंसी के वक्त कई Teachers के पास उतने पैसे भी नहीं होते कि वो उस इमरजेंसी से पार पा सकें।

ये सभी Problems अक्सर सभी  को Face करनी पड़ती है और वो चाहते हुए भी इनसे पार नहीं पा सकते। लेकिन, आखिर वो कौन-से कारण हैं जिनकी वजह से ऐसे कर्मचारियों की Life में ये Problems आते हैं?गहराई से सोचने से हमें पता चलता है कि ये Problems आते हैं क्योंकि,उन्हें अपनी Job Security का खतरा रहता है। उन्हें डर लगा रहता है कि उनकी जॉब चली जाएगी Monthly Income आनी बंद हो जाएगी।
वो उस Monthly Salary या कहें कि लगी बंधी नौकरी छूटने के भय से  इन सभी परेशानियों का सामना जानबूझ कर करते रहते हैं।
इस वजह से वो अपने लिए कुछ बढ़कर नहीं सोच पाते, Future Plan नहीं कर पाते और अपने  Management & Family में ही बंध कर रह जाते हैं।

लेकिन, आज के डिजिटल युग में लगभग हर Problem का Solution मौजूद है और उस Solution तक पहुँचने का साधन है इंटरनेट। आज इंटरनेट का विस्तार इतना ज़्यादा बढ़ गया है कि भारत में 80 परसेंट लोग इंटरनेट का उपयोग कर रहे हैं। 

इंटरनेट के उपयोग से आप भी अपने Problems का निवारण कर सकते हैं, अपनी डिजिटल पहचान बना सकते हैं और Digitally, अपनी Life में Value Addition कर सकते हैं। 

इसके लिए आपको चाहिए Digital Marketing का साथ जो इंटरनेट के बिना मुमकिन नहीं। 

किसी भी Profession में सफल होने के लिए सबसे पहला स्टेप है कि आप अपने सुरक्षित दायरे से बाहर निकलने की कोशिश करें। 

हो सकता है कि आप Research में अच्छे हों, Analysis में अच्छे हों, Communication में अच्छे हों या कोई अन्य किसी भी स्किल में आपकी Mastery हो।

अपने अंतः करण को जानने से आप तय कर सकेंगे कि उसमें सुधारीकरण करने के कौन कौन से Options हैं।

यही नहीं, आपके लिए अगले स्टेप्स लेने आसान हो जाएंगे और आपका How To Become A Digital Man या फिर यह कहें कि आपकी digital UDAAN भरने  का रास्ता साफ हो जाएगा । क्योंकि आज के डिजिटल युग में लगभग हर Problem का Solution मौजूद है और उस Solution तक पहुँचने का साधन है digital Knowledge ही है।

What is SEO /Search Engine Optimization

Learn SEO

Digital Marketing के लिए ज़रूरी उपकरण:

Digital Marketing

चलिए अब हम यह जान लेते हैं कि हमें अपने आपको डिजिटल दुनियां में प्रवेश करने के लिए किन किन सामानों की ज़रूरत पड़ेगी।

सर्व प्रथम हमें कुछ प्रारंभिक चीजों की ज़रूरत पड़ेगी उनको इस प्रकार समझने की कोशिश करते हैं।

  • डिजिटल उपकरण

डिजिटल उपकरण वे होते हैं जिनका हम लगभग हर दिन उपयोग करते हैं। उदाहरण के लिए, इन्हें एक विशिष्ट ऑडियंस-कंप्यूटर और मोबाइल फोन जिसे  मार्केटिंग  करने के लिए उपयोग किया जा सके है।

2)डिजिटल सामग्री प्लेटफार्म

ये ऐसे प्लेटफॉर्म हैं जिनके साथ उपयोगकर्ता नियमित रूप से बातचीत करते हैं। आप इनका उपयोग विज्ञापन के लिए कर सकते हैं। उदाहरण के तौर पर, सोशल मीडिया पर विचार करें।

3)डिजीटल मीडिया

सशुल्क या स्वामित्व वाले डिजिटल मीडिया चैनलों का उपयोग आपके लक्षित दर्शकों तक पहुंचने के लिए किया जा सकता है। इनमें ऑनलाइन विज्ञापन और सोशल मीडिया मार्केटिंग/SMM जैसी चीजें शामिल हैं।

4)डिजिटल डाटा

मार्केटिंग लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए उपयोग किए जाने वाले आपके लक्षित दर्शकों के बारे में डेटा को डिजिटल डेटा कहा जाता है। आप आमतौर पर सर्वेक्षणों, ऐप्स और अन्य माध्यमों से अपने लक्षित दर्शकों के बारे में डेटा एकत्र कर सकते हैं।

5)अंकीय प्रौद्योगिकी

डिजिटल टेक्निक एक मार्केट लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए टेक्नोलॉजी का उपयोग करने के बारे में है।

ऑनलाइन डिजिटल मार्केटिंग की जो प्रक्रिया संचालित होती है उनके अंतर्गत ये चीजें आती हैं-

कंटेन्ट मार्केटिंग (Content Marketing)- लोगों को quality content provide कराकर उनका भरोसा जीतकर की जाने वाली मार्केटिंग को Content Marketing कहा जाता है। इससे हमारी लीड जेनरेट होती है। लोगों को अगर हमारा कॉन्टेंट पसंद आता है तो वो बार बार हमारी वेबसाइट/YOUTUBE/FACEBOOK पर आएंगे।

SEO- Search Engine Optimization क्या है?

 

SEO यानी सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन: दोस्तो आपने डिजिटल दुनियां में प्रवेश करते ही SEO शब्द का नाम बहुत सुना तथा पढ़ा होगा। आज हम आपको SEO के बारे में बहुत ही सटीक और सरल भाषा में समझाने की कोशिश करेंगे।

तो चलिए हम आपको बताते हैं कि सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन यानि SEO क्या है और यह इतना प्रचलित शब्द क्यों है?

 

जब कोई व्यक्ति किसी Keywords या किसी भी जानकारी के लिए गूगल पर सर्च करे और वो keywords या जानकारी हमारी वेबसाइट पर या हमारे ब्लॉग में हैं तो google हमारे ब्लॉग की वो जानकारी उस व्यक्ति तक सबसे पहले पहुंचाए। यह कैसे होगा।

 

 दोस्तो जब हम कोई ब्लॉग या आर्टिकल गूगल पर सब्मिट करते हैं, तो हम चाहते हैं कि हमारा ब्लॉग या लेख गूगल के रिजल्ट पेज यानि SERPs पर पहले नम्बर पर आए। तो यह कैसे संभव हो सकेगा? इसी प्रोसेसिंग को कि हमाराब्लॉग गूगल के रिजल्ट पेज पर पहले नज़र आए ताकि हमारी वेबसाइट पर अधिक से अधिक ट्रैफिक आए। SEO के नाम से जाना जाता है।

 

 SEO यानि सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन दो प्रकार का होता है।

  1. On page SEO/ ऑन पेज सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन।

  1. Off Page SEO/ ऑफ पेज सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन।  

On page SEO/ ऑन पेज सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन।: ऑन पेज SEO से मतलब यह है कि जब हम कोई ब्लॉग या लेख तैयार कर रहे हैं तब हमें कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए कि google को हमारा ब्लॉग या लेख ठीक से समझ आ जाए।  इन्हीं कुछ खास बातों को ध्यान में रखना On page SEO कहा जाता है।

चलिए इसी बात को हम और आसन तरीके से समझने की कोशिश करते हैं।

थोड़ी देर के लिए मान लेते हैं कि, मैं गूगल हूं और आपने अपना ब्लॉग अपनी वेबसाईट पर अपलोड कर दिया, और Google आपकी वेबसाईट पर आएगा और देखेगा कि आपका कॉन्टेंट कैसा है, अगर उसे ठीक लगा तो वो इसे google के सर्च पेज पर दिखाएगा।

नहीं बिल्कुल नहीं गूगल ऐसा नहीं करता है। 

 

आगे बताने से पहले आपको यह समझना जरूरी है कि इंडक्स/Index क्या है?

Index का मतलब हम सभी बचपन से ही जानते हैं कि किसी सब्जेक्ट की विषय सूची या List of Contents को indexing कहा जाता है।

अब google अपने robot को यानि यह एक प्रकार का google का छोटा सा सॉफ्टवेयर होता है, इसको बॉट कहा जाता है। Google अपने इस बॉट को हमारी वेबसाइट पर भेजता है। और यह Bot हमारी पूरी वेबसाइट पर क्राउल करता है यानि रेंगता है। और देखता है कि हमारी वेबसाइट पर कितने ब्लॉग बने हुए हैं। और हमने जो ब्लॉग Google पर सब्मिट कराया है उसके keywords की एक लिस्ट बनाकर Google को सौंप देता है।

अब google क्या करता है कि इन तमाम Keywords या जानकारियों की एक लिस्ट या कहें कि Index तैयार कर के रख लेता है।और जब भी कोई व्यक्ति Google पर कुछ भी search करता है तो Google अपना पहले से ही तैयार संबन्धित Keywords का Index निकालता और फिर तुरन्त रिजल्ट देता है। इस प्रकार से Google का सर्च रिजल्ट पेज तैयार होता है।

 

इसी लिए हमें अपना ब्लॉग तैयार करते समय ही रोबोट यानि Google का मकड़ा की रिक्योरमेंट के अनुसार बातों को ध्यान में रखते हुए ब्लॉग बनाना चाहिए इसी को On page SEO कहते हैं।

 

Off Page SEO/ ऑफ पेज सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन।  

 

किसी भी वेबसाइट को Search Engine Result Page पर Rank करने के लिए हमें ON Page SEO और Off Page SEO दोनों का अच्छे से ज्ञान होना बेहद जरुरी है।

Off-page SEO इसे Off-Site SEO भी कहते है, वो सारे technique जो अपने site के बाहर मतलब किसी दूसरे Site पे Perform किया जाता है और उनसे हमारे Website की रैंकिंग Search Engine Result Page में बढ़ोतरी होती है उसे Off Page SEO कहते है।

दोस्तों जब भी SEO का जिक्र आता है तो backlinks का जिक्र होना भी लाज़मी हो जाता है। क्योंकि SEO Ranking का यह एक बहुत ही अहम Ranking Factor है। इसी को SEO का Off Page SEO कहा जाता है

ब्लॉगिंग (Blogging)- ब्लॉग पर कंटेन्ट लिखकर  पोस्ट करके मर्केटिंग करने के तरीके को blogging कहते हैं।

सोशल मीडिया मार्केटिंग (SMM)- एसएमएम डिजिटल मार्केटिंग की एक ऐसी technique है जिसमें social media का यूज किया जाता है।

विडिओ मार्केटिंग (Video Marketing)- वीडियो/YOUTUBE के द्वारा किसी चीज की मार्केटिंग करने को video marketing कहा जाता है।

पे पर क्लिक मार्केटिंग (PPC Marketing)- यह एक Ad Marketing Model है जिसमें कंपनी per click के हिसाब से publisher को pay करती है।

अफिलिएट मार्केटिंग (Affiliate Marketing)- आजकल मार्केटिंग के सबसे बेहतरीन तरीकों में से एक तरीका है- Affiliate Marketing. इसमें कंपनियां Sales के हिसाब से लोगों (Affiliates) को pay करती है। यानि अगर कोई व्यक्ति कंपनी का कोई product या service बिकवा देता है तो कंपनी उसे कुछ % commission देती है।

ईमेल मार्केटिंग (Email Marketing)- ईमेल collect करके लोगों को मेल भेजकर मार्केटिंग करने के तरीके को Email Marketing कहते हैं।

 

इन्स्टेन्ट मेसेजिंग मार्केटिंग (Instant Messaging Marketing)- मार्केटिंग का यह तरीका काफी नया है। इसमें लोग अपने messanger apps जैसे- फ़ेसबुक मेसेन्जर पर किसी वेबसाइट को subscribe कर सकते हैं। इसे आप MobileMonkey और ManyChat जैसे टूल्स के द्वारा कर सकते हैं।

चलिए अब हम यह जान लेते हैं कि हमें अपने आपको डिजिटल दुनियां में प्रवेश करने के लिए किन किन सामानों की ज़रूरत पड़ेगी।

सर्व प्रथम हमें कुछ प्रारंभिक चीजों की ज़रूरत पड़ेगी उनको इस प्रकार समझने की कोशिश करते हैं।

  • डिजिटल उपकरण

डिजिटल उपकरण वे होते हैं जिनका हम लगभग हर दिन उपयोग करते हैं। उदाहरण के लिए, इन्हें एक विशिष्ट ऑडियंस-कंप्यूटर और मोबाइल फोन जिसे  मार्केटिंग  करने के लिए उपयोग किया जा सके है।

2)डिजिटल सामग्री प्लेटफार्म

ये ऐसे प्लेटफॉर्म हैं जिनके साथ उपयोगकर्ता नियमित रूप से बातचीत करते हैं। आप इनका उपयोग विज्ञापन के लिए कर सकते हैं। उदाहरण के तौर पर, सोशल मीडिया पर विचार करें।

3)डिजीटल मीडिया

सशुल्क या स्वामित्व वाले डिजिटल मीडिया चैनलों का उपयोग आपके लक्षित दर्शकों तक पहुंचने के लिए किया जा सकता है। इनमें ऑनलाइन विज्ञापन और सोशल मीडिया मार्केटिंग/SMM जैसी चीजें शामिल हैं।

4)डिजिटल डाटा

मार्केटिंग लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए उपयोग किए जाने वाले आपके लक्षित दर्शकों के बारे में डेटा को डिजिटल डेटा कहा जाता है। आप आमतौर पर सर्वेक्षणों, ऐप्स और अन्य माध्यमों से अपने लक्षित दर्शकों के बारे में डेटा एकत्र कर सकते हैं।

5)अंकीय प्रौद्योगिकी

डिजिटल टेक्निक एक मार्केट लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए टेक्नोलॉजी का उपयोग करने के बारे में है।

ऑनलाइन डिजिटल मार्केटिंग की जो प्रक्रिया संचालित होती है उनके अंतर्गत ये चीजें आती हैं-

कंटेन्ट मार्केटिंग (Content Marketing)- लोगों को quality content provide कराकर उनका भरोसा जीतकर की जाने वाली मार्केटिंग को Content Marketing कहा जाता है। इससे हमारी लीड जेनरेट होती है। लोगों को अगर हमारा कॉन्टेंट पसंद आता है तो वो बार बार हमारी वेबसाइट/YOUTUBE/FACEBOOK पर आएंगे।

सर्च इंजन ऑपटिमाइज़ेशन (SEO)– बिना advertisement के गूगल में सबसे पहले रैंक करने के लिए जिन techniques का उपयोग किया जाता है उन्हें एक-साथ मिलाकर एसईओ/SEO कहा जाता है। इस प्रोसेस को हम ट्रैफिक जेनरेट करने का ऑर्गेनिक तरीका कहते हैं। This Mathod is Called Organic Method .

सर्च इंजन मार्केटिंग (SEM)- एसईओ की ही तरह एसईएम का प्रयोग भी सर्च इंजनों में अच्छी रैंकिंग पाने के लिए किया जाता है। फर्क बस इतना है कि SEM में पैसे खर्च करने पड़ते हैं जबकि SEO बिना किसी खर्च के किया जाता है। इस लिए इस मैथड को इनॉर्गेनिक कहा जाता है।

ब्लॉगिंग (Blogging)- ब्लॉग पर कंटेन्ट लिखकर  पोस्ट करके मर्केटिंग करने के तरीके को blogging कहते हैं।

सोशल मीडिया मार्केटिंग (SMM)- एसएमएम डिजिटल मार्केटिंग की एक ऐसी technique है जिसमें social media का यूज किया जाता है।

विडिओ मार्केटिंग (Video Marketing)- वीडियो/YOUTUBE के द्वारा किसी चीज की मार्केटिंग करने को video marketing कहा जाता है।

पे पर क्लिक मार्केटिंग (PPC Marketing)- यह एक Ad Marketing Model है जिसमें कंपनी per click के हिसाब से publisher को pay करती है।

अफिलिएट मार्केटिंग (Affiliate Marketing)- आजकल मार्केटिंग के सबसे बेहतरीन तरीकों में से एक तरीका है- Affiliate Marketing. इसमें कंपनियां Sales के हिसाब से लोगों (Affiliates) को pay करती है। यानि अगर कोई व्यक्ति कंपनी का कोई product या service बिकवा देता है तो कंपनी उसे कुछ % commission देती है।

ईमेल मार्केटिंग (Email Marketing)- ईमेल collect करके लोगों को मेल भेजकर मार्केटिंग करने के तरीके को Email Marketing कहते हैं।

 इन्स्टेन्ट मेसेजिंग मार्केटिंग (Instant Messaging Marketing)- मार्केटिंग का यह तरीका काफी नया है। इसमें लोग अपने messanger apps जैसे- फ़ेसबुक मेसेन्जर पर किसी वेबसाइट को subscribe कर सकते हैं। इसे आप MobileMonkey और ManyChat जैसे टूल्स के द्वारा कर सकते हैं।

निष्कर्स Conclusion

अंत में हम आपको यही कहना चाहेंगे कि डिजीटल मार्केटिंग को कभी भी कहीं भी किसी भी उम्र में सीखा जा सकता है। इसको सीखकर इसे इंप्लीमेंट करने के लिए हम बहुत भारी मात्रा में धन की ज़रूरत भी नहीं पड़ती है। आज डिजिटल मार्केटिंग में करियर बनाने और DIGiTAL UDAAN भरने और पैसा कमाने के मल्टीपल स्रोत क्रिएट किए जा सकते हैं। Digital marketing में अपार संभावनाएँ हैं बशर्तें कि हममें इसको सीखने  के प्रति गहरा जुनून हो। साथ ही हम अपना लक्ष्य मान लें।

  डिजिटल मार्केटिंग के फील्ड में अपनी udaan को ऊंचाई देने तथा अच्छा करने के लिए आपका हमसे लगातार updated रहना जरूरी है।

तो दोस्तों यही था “डिजिटल मार्केटिंग हिन्दी में/ अर्थात Digital UDAAN भरने के लिए तैयार* पर हमारी आज की पोस्ट। यह आर्टिकल आपको कैसा लगा हमें comment के माध्यम से जरूर बताएं और आपका कोई सवाल हो तो उसे भी जरूर पूछें। हमसे facebook पर जुड़ें ताकि आपको नई post की update मिलती रहे।  इसके अतिरिक्त अगर आपने बहुत ही गहराई से डिजीटल मार्केटिंग की दुनियां में पदार्पण करना है तो डिजीटल आज़ादी में क्लिक करें।

 

 

1 thought on “<strong>Learn Digital Marketing in हिंदी, Take Digital Udaan.</strong>”

  1. बहुत ही अच्छा कंटेंट है आपका। आपने विषय की गहराई में जाकर सभी बिंदुओं को रोचकता के साथ प्रस्तुत किया है।
    शुभकामनाएं।

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