क्या आप जानते कि Digital Marketing की दुनियां में मात्र 30 दिनों में झूठ (LIE) को समझ कर आप अकूत दौलत कमा सकते हैं ? या अमीर कैसे बनें? या पैसा कमाने के लिए क्या करें? आदि सवालों का जवाब आपको इस लेख के अंत तक अवश्य ही मिल जाएगा। वास्तव में हमारे कहने का मतलब धोखे या फरेब से नहीं बल्कि यह है कि LIE यानि L का मतलब Learn यानि सीखना, I का मतलब Implement यानि सीखा हुआ लागू करना, तथा E का मतलब Earn यानि पैसा कमाना है। यदि हम LIE फार्मूले को डिजिटल मार्केटिंग में अप्लाई करें तो हमारी जिन्दगी में बदलाव आ सकता है।
या यह कहें कि डिजिटल मार्केटिंग की दुनियां में,अवसरों से भरी दुनिया में, धन को अनलॉक करने की चाबी एक सरल शब्द LIE में निहित हो सकती है। हम धोखे की बात नहीं कर रहे हैं; हम सीखने Learn, कार्यान्वयन Implement और कमाई Earning के बारे में बात कर रहे हैं। एक ऐसी यात्रा की कल्पना करें जहां आप सीखें, कार्यान्वयन करें और अंततः पर्याप्त धन अर्जित करें। इस परिवर्तनकारी यात्रा का माध्यम, डिजिटल मार्केटिंग हो सकता है।
परिचय
डिजिटल मार्केटिंग में,धन कमाने तथा अमीर बनने के क्षेत्र में, LIE फार्मूला एक बहुत ही प्रभावी व तार्किक दृष्टिकोण प्रदान करता है, जिसे डिजिटल मार्केटिंग पर लागू करने पर, अमीर बनने तथा सफलता पाने के सारे द्वार खुल सकते हैं। आइए प्रत्येक रणनीति पर गौर करें और जानने की कोशिश करते हैं कि कैसे, केवल 30 दिनों के भीतर, आप अपने वर्तमान अभावग्रस्त वित्तीय परिदृश्य में क्रांति ला सकते हैं। तथा उपरोक्त सभी सवालों के जवाबों से भी रूबरू हो सकते हैं।
डिजिटल मार्केटिंग में LIE की रणनीतियों को समझना
डिजिटल मार्केटिंग में ,धन सृजन में Learn/सीखने की शक्ति:
निरंतर सीखना ही सफलता की धड़कन है। डिजिटल युग में, ज्ञान ही शक्ति है और सीखना किसी भी सफ़लता की आधारशिला बन जाता है। LIE का प्रथम अक्षर L यानि Learn करना, डिजिटल मार्केटिंग में ये चार चीजें सीखनी परमावश्यक हैं:Content, Social Media, Website & SEO और Direct Marketing। आगे हम एक एक करके उक्त सीखने के चारों तरीकों को बहुत ही आसान भाषा में समझाने की कौशिश करेंगे, जो इस प्रकार है:
Learn:
Content:
Digital marketing की दुनियां में Content को गोल्ड माना जाता है। जब आप डिजिटल मार्केटिंग प्लेटफॉर्म पर एडुंट्रा मतलब ऐसा content जिसमें Education, इंटरटेनमेंट या Information हो, शेयर करते हैं तो यह ऑडियंस को आकर्षित करता है। क्योंकि social Media प्लेटफॉर्म पर कोई भी व्यक्ति कोई सूचना प्राप्त करने या फिर नॉलेज या कुछ नया सीखने के उद्देश्य से आता है। डिजिटल मार्केटिंग में, अपनी बात को प्रभावी ढंग से ऑडियंस तक पहुंचाने में चित्र Images, वीडियो और टेक्स्ट Content महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
Content शेयर करने के प्रमुख रुप निम्नलिखित हैं:
छवियां Images:
दृश्य Content, जैसे Images और इन्फोग्राफिक्स, जल्दी से ध्यान आकर्षित कर सकती हैं और जानकारी को संक्षिप्त और आकर्षक तरीके से ऑडियंस तक पहुंचा सकती हैं। ये Brand पहचान बनाने और भावनाओं को व्यक्त करने में बहुत ही कारगर होती हैं।
वीडियो Videos:
वीडियो सामग्री अत्यधिक आकर्षक है और जटिल संदेशों को गतिशील और मनोरंजक तरीके से संप्रेषित कर सकती है। यह कहानी सुनाने, उत्पाद प्रदर्शन और दर्शकों के साथ संबंध बनाने के लिए बहुत ही प्रभावी है। YouTube और सोशल मीडिया जैसे प्लेटफ़ॉर्म वीडियो सामग्री पर ही फलते-फूलते हैं।
पाठ Text Content:
लिखित सामग्री मौलिक बनी हुई है। यह विस्तृत जानकारी देने, कीवर्ड के माध्यम से खोज इंजन के लिए अनुकूलन करने और ब्रांड की आवाज़ और अधिकार बनाने के लिए आवश्यक है। ब्लॉग पोस्ट, लेख और सोशल मीडिया कैप्शन डिजिटल मार्केटिंग के Learn के अंतर्गत Content प्रसारण में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं।
वास्तव में एक सफल डिजिटल मार्केटिंग रणनीति अक्सर एक सर्वांगीण और सम्मोहक उपयोगकर्ता अनुभव बनाने के लिए उक्त तत्वों को रणनीतिक रूप से एकीकृत करती है।
Social Media:
LIE methods के Learn के अंतर्गत Social Media सीखकर हम डिजिटल मार्केटिंग में अकूत पैसा कमा सकते हैं। सोशल मीडिया में हम निम्न प्लेटफॉर्म्स को समझने की कोशिश करते हैं।
प्रत्येक सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म की अपनी अनूठी विशेषताएं हैं और डिजिटल मार्केटिंग के संदर्भ में विभिन्न उद्देश्यों को पूरा करता है।
फेसबुक Facebook:
दुनियां की अधिकांश जनता सोशल मीडिया के प्लेटफॉर्म फेसबुक पर अपना अधिकांश समय बिताती है। लेकिन बहुत कम लोग ही इसे अपने फ़ायदे के लिए यूज कर पाते हैं।
लक्षित मार्केटिंग के लिए ऑडियंस की सहभागिता, जनसांख्यिकी और प्राथमिकताओं को समझने के लिए फेसबुक इनसाइट्स का उपयोग करना सीखना पड़ता है। ब्रांडिंग और ऑडियंस संपर्क के लिए फेसबुक पर ग्रुप और बिज़नेस पेज बनाने चाहिए तथा उनको मैनेज भी करना आवश्यक होता है।
इंस्टाग्राम Instagram:
वास्तव में इंस्टाग्राम टिकटोक के बंद होने की वजह से भारत में बहुत लोकप्रिय हो चुका है। मुख्य रूप से युवा दर्शक दृश्य सामग्री में रुचि रखते हैं।
अगर हम इंस्टाग्राम को सीखने के पहलू से देखें तो पोस्ट प्रदर्शन को ट्रैक करने के लिए इंस्टाग्राम एनालिटिक्स का लाभ उठा सकते हैं। ब्रांडिंग के लिए विज़ुअल स्टोरीटेलिंग को समझें। लक्षित प्रचार के लिए इंस्टाग्राम विज्ञापनों का उपयोग भी किया जा सकता है। लेकिन अधिकांश लोग सिर्फ़ इसका प्रयोग मनोरंजन के लिए ही करते हैं।
ट्विटर Twitter:
Twitter एक वास्तविक समय की जानकारी पर ध्यान देने वाला तेज़ गति वाला मंच है।
अधिक से अधिक ऑडियंस से जुड़ाव के लिए ट्रेंडिंग टॉपिक्स और हैशटैग की तकनीक को सीखें। Twitt प्रदर्शन को ट्रैक करने के लिए एनालिटिक्स का उपयोग करना सीखना चाहिए। अपने ब्रांड की उपस्थिति दर्ज़ कराने और अधिक ऑडियंस से संबंध बनाने के लिए बातचीत में शामिल होना चाहिए।
लिंक्डइन Linkedin:
Linkedin पेशेवर नेटवर्क, बी2बी मार्केटिंग के लिए उपयुक्त प्लेटफॉर्म होता है।
Business के लिए हमें linkedin प्रोफाइल को अनुकूलित करना चाहिए। सहभागिता को समझने के लिए लिंक्डइन एनालिटिक्स का उपयोग कर सकते हैं। अपनी बिजनेस जानकारियां शेयर करनी चाहिए। आपके business से संबद्ध groups में भाग लें और लक्षित B2B मार्केटिंग के लिए लिंक्डइन विज्ञापनों का उपयोग कर सकते हैं।
Social Media सीखने के बाद हमें website बनाना सीखना पड़ेगा, इसके लिए हमें निम्न स्टेप्स को फॉलो करना होगा:
वर्डप्रेस WordPress:
WordPress के माध्यम से website building बहुत ही आसानी से सीखी जा सकता है।
वर्डप्रेस एक लोकप्रिय सामग्री प्रबंधन प्रणाली (CMS) है जो आपको आसानी से वेबसाइट बनाने और प्रबंधित करने की अनुमति देती है। जिससे आपको अपने व्यवसाय को ऑनलाइन ले जाने तथा अपना ब्रांड स्थापित करना सुलभ हो जाता है। इसके लिए Domain तथा Hosting की ज़रूरत पड़ती है।
डोमेन Domain:
एक डोमेन आपकी वेबसाइट का वेब पता होता है, उदाहरण के लिए www.veerdigitaludaan.com ।
होस्टिंग Hosting:
होस्टिंग वह जगह है जहां आपकी वेबसाइट की फ़ाइलें और डेटा एक सर्वर पर संग्रहीत किया जाता है, जिससे यह इंटरनेट पर पहुंच योग्य हो जाता है। इसी को CMS कहते हैं।
गूगल Google:
डिजिटल मार्केटिंग में website बनाना सीख कर Google को सीखना बहुत ज़रूरी होता है। Google एक प्रमुख खोज इंजन है, और Google खोज परिणामों पर दिखाई देना ऑनलाइन दृश्यता के लिए महत्वपूर्ण है। Google वेबसाइट विश्लेषण और अंतर्दृष्टि के लिए Google Analytics जैसे टूल भी प्रदान करता है।
एसईओ SEO (Search engine optimization):
SEO का सामान्य मतलब है की हमें google के प्रथम पेज पर दिखने के लिए एसईओ खोज इंजन पर अपनी दृश्यता में सुधार करने के लिए आपकी वेबसाइट को अनुकूलित करने का अभ्यास है। प्रमुख रुप से SEO 3 तरह से किया जा सकता है:
स्थानीय एसईओ Local SEO:
स्थानीय खोज परिणामों में बेहतर रैंक के लिए अपनी वेबसाइट को अनुकूलित करना, स्थानीय दर्शकों को लक्षित करने वाले व्यवसायों के लिए महत्वपूर्ण है।
ऑनपेज एसईओ Onpage SEO:
जब हम अपनी website पर कोई जानकारी साझा करते हैं तब हमें कुछ मुख्य बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है, ताकि उक्त जानकारी google पर रैंक हो सके इसी को Onpage SEO कहते हैं।
ऑफपेज एसईओ Offpage SEO:
अपनी Website पर तमाम अलग अलग पेज बनाने के बाद भी हमें google की रैंकिंग हासिल करने के लिए पेज बनाने के बाद भी कई और बातों को भी देखना होता है। इसको offpage SEO कहते हैं। हमारी वेबसाइट के बाहर की गतिविधियाँ जैसे लिंक-बिल्डिंग और सोशल मीडिया उपस्थिति आदि।
Digital Marketing की दुनियां में SEO सीखना बहुत ज़रूरी होता है, एसईओ हमारी वेबसाइट पर ऑर्गेनिक (Non- Paid) ट्रैफ़िक लाने, दृश्यता और विश्वसनीयता बढ़ाने के लिए आधारभूत माना जाता है।
प्रभावी डिजिटल मार्केटिंग के लिए वर्डप्रेस, डोमेन, होस्टिंग, गूगल और एसईओ को समझना महत्वपूर्ण है।
वेबसाइट (वर्डप्रेस) बनाना और प्रबंधित करना सीखना, इसे खोज इंजन (एसईओ) के लिए अनुकूलित करना और Google टूल का लाभ उठाना आवश्यक knowledge हैं।
स्थानीय एसईओ, ऑनपेज एसईओ, ऑफपेज एसईओ: इन एसईओ पहलुओं की महारत विशिष्ट दर्शकों को लक्षित करने, सामग्री को अनुकूलित करने और एक प्रतिष्ठित ऑनलाइन उपस्थिति बनाने में मदद करती है।
कुल मिलाकर, इन तत्वों की व्यापक समझ डिजिटल मार्केटिंग को ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म को प्रभावी ढंग से स्थापित करने, प्रबंधित करने और अनुकूलित करने में सक्षम बनाती है।
Direct Marketing:
उपरोक्त ज्ञान को सीखने के साथ साथ आपको डायरेक्ट मार्केटिंग को भी आत्मसात करना होगा।डिजिटल मार्केटिंग के भीतर प्रत्यक्ष मार्केटिंग के दायरे में, व्हाट्सएप मार्केटिंग, एसएमएस मार्केटिंग और ईमेल मार्केटिंग विशिष्ट चैनल हैं जिनका उपयोग हम अभी तक सिर्फ़ अपने व्यक्तिगत मनोरंजन के लिए करते आ रहे थे। लेकिन अगर हमें पैसा कमाना है तो लक्षित ऑडियंस तक पहुंचने और उनसे जुड़ने के लिए हमें इनके व्यवसायिक पहलू को समझना ही होगा । जो इस प्रकार है:
व्हाट्सएप मार्केटिंग Whatsapp Marketing:
आज हर व्यक्ति के mobile में व्हाट्सएप ऐप अवश्य ही होता है, और अब तक हम इसका उपयोग सिर्फ़ अपने व्यक्तिगत चैट तथा व्हाट्सएप कॉल आदि के लिए करते आ रहे हैं। बहुत सारे लोगों को यह पता ही नहीं है कि व्हाट्सएप का एक रूप बिज़नेस व्हाट्सएप भी है जिसका प्रयोग हम अपने बिजनेस को विस्तारित करने में कर सकते हैं। व्हाट्सएप मार्केटिंग में व्हाट्सएप मैसेजिंग प्लेटफॉर्म के माध्यम से उत्पादों, सेवाओं या ब्रांडों को बढ़ावा देना शामिल है।
इसमे प्रत्यक्ष और व्यक्तिगत संचार, समृद्ध मीडिया सामग्री की क्षमता और उच्च सहभागिता दर की अनुमति होती है।
एसएमएस मार्केटिंग SMS Marketing: आज डिजिटल मार्केटिंग में एसएमएस मार्केटिंग का बहुत ही सस्ता तथा एक साथ बहुत बड़ी मात्रा में अधिक से अधिक ऑडियंस तक पहुंच बना सकते हैं। अर्थात एसएमएस मार्केटिंग का तात्पर्य प्रचार उद्देश्यों के लिए लघु संदेश सेवा (SMS) के उपयोग से है। इसमें आमतौर पर बड़ी संख्या में प्राप्तकर्ताओं को संक्षिप्त और लक्षित संदेश भेजना शामिल होता है।
इससे उच्च खुली दरें, तत्काल वितरण और संदेश वितरण में सरलता हो जाती है।
ईमेल व्यापार E Mail Business:
आज के डिजिटल मार्केटिंग के युग में E Mail Marketing का व्यक्तिगत रूप से विचारों के आदान प्रदान का बहुत ही उपयोगी तथा सस्ता साधन माना जाने लगा है। ईमेल मार्केटिंग में ईमेल के माध्यम से लोगों के समूह को लक्षित संदेश भेज कर व्यक्तिगत सम्पर्क साधा जा सकता है। इसमें समाचार पत्र, प्रचार प्रस्ताव, उत्पाद घोषणाएँ आदि शामिल हो सकते है। हमें सम्मोहक विषय पंक्तियाँ तैयार करने का महत्व, स्पैम फ़िल्टर से बचना और ईमेल मार्केटिंग नियमों का अनुपालन हमेशा करना चाहिए।
लक्षित दर्शकों को समझना और उन्हें जनसांख्यिकी, व्यवहार या प्राथमिकताओं के आधार पर विभाजित करना Digital Marketing प्रत्येक पहलू के लिए प्रभावी संचार के लिए महत्वपूर्ण है।दर्शकों का ध्यान आकर्षित करने और बनाए रखने के लिए प्रत्येक मंच के लिए उपयुक्त आकर्षक और प्रासंगिक सामग्री यानि ऐसी सामग्री जिसमें इन्फॉर्मेशन , एजुकेशन या फिर मनोरंजन इन तीनों में से कम से कम एक तो होना ही चाहिए, तैयार करना आवश्यक है।
टूल्स को सीखने के साथ ही हमें यह भी सीखने की जरूरत पड़ेगी कि ओपन रेट, क्लिक-थ्रू रेट और यूजर्स इंटरैक्शन जैसे डेटा का विश्लेषण करना भी अभियानों की सफलता का मूल्यांकन करने और भविष्य की रणनीतियों को अनुकूलित करने में मदद करता है।
Digital Marketing में सत्य, प्प्रेम और सेवा भाव से काम करना चाहिए क्योंकि जब हम सत्य के सिद्धान्त पर काम करते हैं तो हम कहीं भी किसी से भी झुकते नहीं हैं। साथ ही हमें गोपनीयता नियमों के बारे में सूचित रहना और मार्केटिंग संदेश भेजने से पहले सहमति प्राप्त करना नैतिक डिजिटल मार्केटिंग प्रथाओं के लिए आधारभूत सिद्धान्त हैं।
कार्यान्वयन Implement: ज्ञान को कार्य में बदलना:
Implementation के बिना ज्ञान उस तरह है जैसे किसी के पास खज़ाना का नक्शा हो लेकिन वह कभी यात्रा पर न निकले। डिजिटल मार्केटिंग रणनीतियों को लागू करना वह जगह है जहां सिद्धांत ठोस परिणामों में बदल जाता है। हम केवल सैद्धांतिक ज्ञान के बारे में बात नहीं कर रहे हैं; हम व्यावहारिक, व्यावहारिक अनुप्रयोग के बारे में बात कर रहे हैं। Implementation में हम निम्न चार चीजों का अध्यन करेंगे: Website Creation, Social Media Attached,Put Content तथा SEO करना आदि। आगे सभी को विस्तार से बताया गया है।
Implement:
Digital Marketing के झूठ (LIE) का दूसरा अक्षर I का मतलब Implement करने से है। जोभी आपने LIE के L means Lear से सीखा उसको कैसे अपने जीवन में इंप्लीमेंट करके, आप मनचाहा धन दौलत कमा सकते हैं। अब हम आपको यह बताने जा रहे हैं कि डिजिटल मार्केटिंग में LIE के Learning पहलू को समझ कर उसको कहां और कैसे Implement करेंगे।
वेबसाइट बनाएं Create A Website:
Digital Marketing सीखने के बाद आप अपनी एक बढ़िया टकाटक वेबसाईट बनाने की कौशिश करें। Website बनाना बहुत आसान है। एक वेबसाइट बिल्डर (जैसे वर्डप्रेस, विक्स, या स्क्वैरस्पेस) को चुनकर उस पर बना सकते हैं। या अपनी तकनीकी विशेषज्ञता के आधार पर अपनी साइट को स्क्रैच से कोड कर सकते हैं। यूजर्स के अनुभव को बढ़ाने के लिए एक आकर्षक और उपयोगकर्ता के अनुकूल डिज़ाइन बनाएं ताकि आपकी वेबसाईट देखने में एक दम कड़क लगे।
सोशल मीडिया संलग्न करें Attached your Social Media:
Website बनाना के बाद अपने Social Media के सभी चैनल्स के Links को वेबसाईट के साथ कनेक्ट कर देना चाहिए। इसके बाद क्रॉस-प्रमोशन तथा दृश्यता और सहभागिता बढ़ाने के लिए वेबसाइट सामग्री को सोशल मीडिया पर साझा करें, ताकि अधिक से अधिक ऑडियंस Reach बढ़ सके।
सामग्री डालें Put Content:
खाली Website बना लेना और सोशल मीडिया Links को कनेक्ट कर देना काफी नहीं है। Website पर एक अच्छा वर्ल्ड क्लास कॉन्टेंट डालना भी बहुत ज़रूरी है। क्योंकि Digital Marketing की दुनियां में अच्छा Content Digital Gold होता है। और अधिक से अधिक ऑडियंस आकर्षित करने के लिए Content Website पर उसी तरह से ज़रूरी होता है जैसे यदि आप एक आम का पेड़ लगाते हैं और उसको खाद पानी देते हैं तभी इच्छित मीठे फलों का आनंद लें सकते हैं। अन्यथा पेड़ पेड़ बनने से पहले ही मिट जाएगा। इसी कारण दर्शकों की रुचि बनाए रखने के लिए अपनी सामग्री को ताज़ा और अद्यतन रखना भी जरूरी है।
एसईओ (Search Engine Optimization):
अब टकाटक वेबसाईट तैयार हो गई तथा उस पर अच्छा Content भी डाल दिया इसके बाद यह सवाल आता है कि हमारा कॉन्टेंट Google की प्रथम रैंक में कैसे आए। इसके लिए SEO करना ज़रूरी हो जाता है। Google पर रैंकिंग में सुधार के लिए प्रासंगिक कीवर्ड को स्वाभाविक रूप से अपनी सामग्री में शामिल करना ज़रूरी है। इसके अलावा खोज परिणामों से क्लिक-थ्रू दर बढ़ाने के लिए प्रत्येक पृष्ठ के लिए मेटा शीर्षक और विवरण अनुकूलित किया जाना भी ज़रूरी होता है। यह सब आप करेंगे तो निश्चित रुप से अपने ऑडियंस से पूरी तरह से कनैक्ट कर पाएंगे।
लीड एकत्रित कर सकते हैं Collect Leads:
इसके लिए आपको ये करना पड़ेगा:
फॉर्म और सीटीए: विज़िटर जानकारी प्राप्त करने के लिए प्रभावी फॉर्म और कॉल-टू-एक्शन दे देना चाहिए।
प्रोत्साहन ऑफ़र करें: संपर्क विवरण के बदले में मूल्यवान सामग्री या विशेष ऑफ़र प्रदान करते रहना चाहिए।
प्रभाव बड़ा सकते हैं Build Influence:
इसके लिए आपको ये करना पड़ेगा:
लगातार ब्रांडिंग: पहचान बनाने के लिए सभी प्लेटफार्मों पर एक एकजुट ब्रांड छवि होनी चाहिए।
विचार नेतृत्व: अपने आप को या अपने ब्रांड को अपने उद्योग में एक प्राधिकारी के रूप में स्थापित करने के लिए व्यावहारिक सामग्री साझा करनी चाहिए।
विशेषज्ञता बड़ा सकते हैं Build Expertise:
आप अपने क्षेत्र में विशेषज्ञता हासिल कर सकते हैं बशर्ते आप ये करना पड़ेगा:
विशिष्ट सामग्री: ऐसी सामग्री विकसित करें जो आपके क्षेत्र में आपके ज्ञान और विशेषज्ञता को प्रदर्शित करे।
प्रशिक्षण और प्रमाणन: विश्वसनीयता स्थापित करने के लिए प्रासंगिक योग्यताओं पर प्रकाश डालें।
उपरोक्त को हासिल करने के लिए हमें लीड बढ़ाने और अपने दर्शकों को जोड़े रखने के लिए ईमेल मार्केटिंग का उपयोग करते रहना चाहिए। तथा अपनी पहुंच बढ़ाने के लिए सोशल प्लेटफॉर्म पर लक्षित विज्ञापन और प्रचार चलाएं।
याद रखें, डिजिटल मार्केटिंग में सफलता एक सतत प्रक्रिया है। प्रदर्शन मेट्रिक्स का नियमित रूप से विश्लेषण करें, डेटा के आधार पर रणनीतियों को समायोजित करें और प्रतिस्पर्धी बने रहने के लिए उद्योग के रुझानों के बारे में अपने आप को हमेशा Up-To-Date रखें।
धन के प्रवेश द्वार के रूप में डिजिटल मार्केटिंग यानी EARN:
डिजिटल मार्केटिंग परिदृश्य विशाल और गतिशील है, जो खोज करने का साहस करने वालों के लिए असंख्य अवसर प्रदान करता है। सोशल मीडिया प्रबंधन से लेकर सामग्री निर्माण और एसईओ तक, रास्ते विविध हैं, और कमाई की क्षमता पर्याप्त है। LIE Methods के E यानी Earning में चार चीजों को बताएंगे: Freelancing, Content Marketing, Knowledge Business तथा Affiliate & Drop Shipping. सभी का विस्तार से वर्णन किया गया है।
Earn:
Digital Marketing के झूठ LIE के Learnig पहलू तथा इंप्लिमेंट पहलू को समझने के बाद अब ज़रूरत है LIE के तीसरे अक्षर यानी E मतलब EARN को समझना। वैसे तो Digital Marketing की दुनियां में पैसे कमाने के सैकड़ों तरीके हैं लेकिन हम यहां पर सिर्फ़ चार प्रमुख तरीकों पर प्रकाश डालेंगे जो अग्रलिखित हैं:
Freelancing:
आज डिजिटल मार्केटिंग की दुनियां में Freelancing शब्द बहुत प्रचलन में है, और इसके माध्यम से लोग पैसा भी बहुत कमाते हैं। इसका सामान्य मतलब है कि आप डिजिटल मार्केटिंग सीख कर किसी और के लिए काम कर सकते हैं और मन चाहा पैसा घर बैठे बैठे कमा सकते हैं। इसमें आप Content बना कर, किसी अन्य का Social Media हैंडल करके, Ads लगा कर और किसी का Ecosystem बना कर मन चाहा पैसा कमा सकते हैं। और ठीक से समझते हैं:
सामग्री निर्माण Content Creation:
डिजिटल मार्केटिंग में, सामग्री निर्माण(Content Creation) में ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म के लिए आकर्षक और प्रासंगिक सामग्री तैयार करना शामिल है।
इसमें विशिष्ट लक्षित दर्शकों के अनुरूप ब्लॉग पोस्ट, लेख, वीडियो, इन्फोग्राफिक्स और बहुत कुछ शामिल हो सकते हैं। यह Freelancing करने का बहुत अच्छा तरीका है। इसमें ज़रूरी हो जाता है कि दर्शकों को आकर्षित करने और बनाए रखने, एसईओ में सुधार करने और ब्रांड प्राधिकरण बनाने के लिए वर्ल्ड क्लास सामग्री महत्वपूर्ण है।
सामाजिक मीडिया Social Media:
Digital Marketing सीखने के बाद आप जरूरतमंद लोगों तथा कम्पनियों के Social Media प्लेटफॉर्म हैंडल कर सकते हो। यह पैसा कमाने का एक नायाब तरीका है। सोशल मीडिया डिजिटल मार्केटिंग के लिए एक शक्तिशाली उपकरण है, जिसमें लक्षित दर्शकों से जुड़ने के लिए फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर आदि जैसे प्लेटफार्मों का उपयोग शामिल है।
सोशल मीडिया मार्केटिंग में सामग्री बनाना और साझा करना, ऑडियंस के साथ जुड़ना, अभियान चलाना और रणनीतियों को परिष्कृत करने के लिए एनालिटिक्स का उपयोग करना शामिल है।
ब्रांड दृश्यता और ग्राहक संपर्क के लिए एक मजबूत सोशल मीडिया उपस्थिति बनाना महत्वपूर्ण है।
विज्ञापन Ads:
आप डिजिटल मार्केटिंग में एडसेंस सीखकर लोगों यथा कंपनियों के लिए एडसेंस चला कर पैसा कमा सकते हो।डिजिटल विज्ञापन में विभिन्न रूप शामिल हैं, जैसे प्रदर्शन विज्ञापन, खोज इंजन विज्ञापन, सोशल मीडिया विज्ञापन और बहुत कुछ।
इसमें विशिष्ट दर्शकों तक पहुंचने और मार्केटिंग लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए विज्ञापन अभियान बनाना और अनुकूलित करना शामिल है।
भुगतान किए गए विज्ञापन प्रभावी ढंग से निष्पादित होने पर ब्रांड दृश्यता को तेजी से बढ़ा सकते हैं, ट्रैफ़िक बढ़ा सकते हैं और लीड उत्पन्न कर सकते हैं। कमाई का यह भी एक बेहतरीन तरीका है।
पारिस्थितिकी तंत्र निर्माण Ecosystem Developed करना:
पारिस्थितिकी तंत्र Ecosystem के निर्माण में डिजिटल मार्केटिंग प्रयासों का समर्थन करने के लिए परस्पर जुड़े तत्वों का एक सामंजस्यपूर्ण नेटवर्क बनाना शामिल है।
इसमें साझेदारी, सहयोग, प्रभावशाली रिश्ते और सामुदायिक जुड़ाव शामिल हैं।
एक अच्छी तरह से निर्मित Ecosystem पारिस्थितिकी तंत्र ब्रांड की विश्वसनीयता बढ़ाता है, पहुंच बढ़ाता है और एक सहायक नेटवर्क को बढ़ावा देता है। वास्तव में डिजिटल मार्केटिंग में “EARN” पहलू का तात्पर्य सफल मार्केटिंग रणनीतियों के माध्यम से आय उत्पन्न करना है।
इसमें फ्रीलांसरों के लिए बिक्री, लीड जनरेशन, संबद्ध विपणन या ग्राहक सेवाओं से राजस्व शामिल हो सकता है।
डिजिटल मार्केटिंग में सफलता अक्सर व्यावसायिक उद्देश्यों पर मापने योग्य प्रभाव डालती है, जिससे वित्तीय रिटर्न मिलता है।
कुल मिलाकर, डिजिटल मार्केटिंग के लिए एक व्यापक दृष्टिकोण में इन तत्वों का संयोजन शामिल होता है, जो किसी व्यवसाय या व्यक्ति के विशिष्ट लक्ष्यों और लक्षित दर्शकों के अनुरूप होता है।
Content Marketing :
आप डिजिटल मार्केटिंग सीखते बख्त सबसे पहले Conten Creation ही सीखते हैं। डिजिटल मार्केटिंग के Earning पहलू के संदर्भ में, कंटेंट मार्केटिंग यूट्यूब, इंस्टाग्राम और ब्लॉगिंग जैसे प्लेटफार्मों पर महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
यूट्यूब YouTube:
आप अपने YouTube के चैनल पर अपने ऑडिएंस को संलग्न करने के लिए मूल्यवान वीडियो बनाकर और साझा करके सामग्री विपणन Content Marketing का लाभ उठा सकते हैं। इसमें ट्यूटोरियल, उत्पाद समीक्षाएँ या मनोरंजक सामग्री शामिल हो सकती है जो ऑडिएंस की रुचियों के अनुरूप होनी चाहिए।
तब आप विज्ञापनों, प्रायोजन और संबद्ध विपणन के माध्यम से अपने YouTube चैनलों से कमाई कर सकते हैं। यह राजस्व उनकी सामग्री द्वारा उत्पन्न दृश्यों, क्लिकों और सहभागिता के आधार पर अर्जित किया जाता है।
इंस्टाग्राम Instagram:
YouTube के अलावा आप इंस्टाग्राम पर भी रील या छोटी छोटी इनफॉर्मेशन युक्त वीडियो अपलोड कर सकते हैं। ब्रांड और प्रभावशाली लोग अक्सर उत्पादों, जीवनशैली या सेवाओं को प्रदर्शित करने के लिए आकर्षक सामग्री का उपयोग करते हैं। सहयोग, प्रायोजित पोस्ट और संबद्ध विपणन के माध्यम से, इंस्टाग्राम उपयोगकर्ता उत्पादों या सेवाओं को बढ़ावा देकर कमाई कर सकते हैं। सामग्री जितनी अधिक आकर्षक और प्रामाणिक होगी, कमाई की संभावना उतनी ही अधिक होगी।
ब्लॉगिंग Blogging:
ब्लॉगिंग में जानकारीपूर्ण, मूल्यवान और प्रासंगिक लिखित सामग्री बनाना शामिल है। आप एक ब्लॉगर बनकर इस सामग्री का उपयोग अपने दर्शकों को आकर्षित करने और संलग्न करने के लिए करते हैं, अक्सर विशिष्ट विषयों को संबोधित करने या समस्याओं को हल करने के लिए। आप विभिन्न चैनलों के माध्यम से मुद्रीकरण कर सकते हैं, जैसे प्रदर्शन विज्ञापन, प्रायोजित सामग्री, संबद्ध विपणन और उत्पादों या सेवाओं को बेचना। गुणवत्तापूर्ण सामग्री जो ऑर्गेनिक ट्रैफ़िक को आकर्षित करती है, उच्च कमाई में योगदान करती है।
संक्षेप में, यूट्यूब, इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफार्मों पर और ब्लॉगिंग के माध्यम से सामग्री विपणन डिजिटल मार्केटिंग के Earning पहलू का अभिन्न अंग है। मूल्यवान सामग्री बनाकर, आप एक दर्शक वर्ग बना सकते हैं, विश्वास स्थापित कर सकते हैं और इन प्लेटफार्मों पर उपलब्ध विभिन्न मुद्रीकरण रणनीतियों के माध्यम से आय उत्पन्न कर सकते हैं।
Knowledge Business:
डिजिटल मार्केटिंग के Earning पहलू के भीतर Knowledge व्यवसाय के संदर्भ में आप जिस भी क्षेत्र में विशेषज्ञता रखते हैं उस क्षेत्र को Digital Marketing में अपनी Niche बना कर उससे तरह तरह से पैसे कमा सकते हैं:
पाठ्यक्रम निर्माण Curriculum:
किसी विशेष विषय पर विशेषज्ञता या ज्ञान साझा करने के लिए, अक्सर ऑनलाइन पाठ्यक्रमों के रूप में शैक्षिक सामग्री विकसित करना शामिल होता है। इसे पाठ्यक्रमों तक पहुंच बेचकर मुद्रीकृत किया जा सकता है, जो आप के लिए आय का एक स्रोत प्रदान करता है।
परामर्श Consulting:
आप अपनी विशेषज्ञता के आधार पर व्यक्तियों या व्यवसायों को व्यक्तिगत सलाह और मार्गदर्शन प्रदान करना संदर्भित करता है। यह सेवा आम तौर पर एक-पर-एक आधार पर प्रदान की जाती है, जो अनुकूलित समाधान और सलाहकार और ग्राहक के बीच सीधे संपर्क की अनुमति देती है।
1-ऑन-1 कोचिंग 1 On 1 Coaching:
आप व्यक्तिगत या व्यावसायिक विकास पर ध्यान केंद्रित करते हुए ग्राहकों को इच्छित ऑडिएंस को कोचिंग सत्र प्रदान कर सकते हैं। इसे विभिन्न डिजिटल प्लेटफार्मों के माध्यम से संचालित किया जा सकता है, जिससे ग्राहक की विशिष्ट आवश्यकताओं को संबोधित करने के लिए अधिक अंतरंग और अनुरूप दृष्टिकोण की अनुमति मिलती है।
समूह कोचिंग Group Coaching:
इसमें एक साथ कई व्यक्तियों को प्रशिक्षित करना, सहयोगात्मक शिक्षण वातावरण को बढ़ावा देना शामिल है। समूह कोचिंग प्रत्येक प्रतिभागी को मूल्यवान अंतर्दृष्टि और सहायता प्रदान करते हुए बड़े दर्शकों तक पहुंचने का एक प्रभावी तरीका हो सकता है।
ये तत्व डिजिटल मार्केटिंग के भीतर ज्ञान व्यवसाय के व्यापक क्षेत्र में योगदान करते हैं, जहां निर्माता लक्षित दर्शकों को शैक्षिक सामग्री, व्यक्तिगत मार्गदर्शन और कोचिंग सेवाएं प्रदान करके आय उत्पन्न करने के लिए अपनी विशेषज्ञता का लाभ उठाते हैं।
Affiliate Marketing & Drop Shipping :
Digital Marketing में LIE को समझकर Earning पहलू के अंतर्गत अकूत धन दौलत कमाने का एक नायाब तरीका Affiliate Marketing और Drop Shipping का है।
ज्ञान व्यवसाय के भीतर डिजिटल मार्केटिंग में “Earning” पहलू के संदर्भ में, संबद्ध मार्केटिंग और ड्रॉप शिपिंग दो मॉडल हैं जिनका लाभ उठाया जा सकता है:
सहबद्ध विपणन Affiliate Marketing :
Affiliate Marketing में अन्य लोगों के उत्पादों या सेवाओं को बढ़ावा देना और आपके रेफरल के माध्यम से की गई प्रत्येक बिक्री के लिए कमीशन अर्जित करना शामिल है।
ज्ञान व्यवसाय में, विशेषज्ञता वाले व्यक्ति या व्यवसाय प्रासंगिक उत्पादों या सेवाओं के लिए सहयोगी बन सकते हैं। उदाहरण के लिए, एक डिजिटल मार्केटिंग विशेषज्ञ संबद्ध लिंक के माध्यम से टूल या पाठ्यक्रमों को बढ़ावा दे सकता है, और अपने रेफरल के माध्यम से उत्पन्न प्रत्येक बिक्री के लिए कमीशन कमा सकता है।
Drop Shipping:
Digital Marketing में Drop Shipping का मतलब आप अपनी लिंक से किसी दूसरे के प्रोडक्ट sale करके घर बैठे बैठे अकूत कमीशन अर्जित कर सकते हैं। ड्रॉप शिपिंग एक खुदरा पूर्ति विधि है जहां एक स्टोर अपने द्वारा बेचे जाने वाले उत्पादों को स्टॉक में नहीं रखता है। इसके बजाय, जब आप कोई उत्पाद बेचते हैं, तो आप वह वस्तु किसी तीसरे पक्ष से खरीदते हैं और उसे सीधे ग्राहक को भेज देते हैं। ज्ञान व्यवसाय Knowledge Business इन्वेंट्री या शिपिंग से निपटने के बिना अपने क्षेत्र से संबंधित भौतिक उत्पादों को बेचने के लिए ड्रॉप शिपिंग का उपयोग कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, ई-कॉमर्स सलाह प्रदान करने वाला एक उद्यमी ड्रॉप शिपिंग के माध्यम से ई-कॉमर्स से संबंधित उत्पाद बेचने वाला एक ऑनलाइन स्टोर बना सकता है।
दोनों ही मामलों में, Key Point यह कि इन मॉडलों को रणनीतिक रूप से ज्ञान व्यवसाय में एकीकृत करना है। उदाहरण के लिए, डिजिटल मार्केटिंग में एक विशेषज्ञ उपकरण या संसाधनों (संबद्ध विपणन) की सिफारिश करने वाली सामग्री बना सकता है या अपने क्षेत्र (ड्रॉप शिपिंग) से संबंधित माल की पेशकश कर सकता है। ये दृष्टिकोण व्यक्तियों को उत्पाद निर्माण, इन्वेंट्री प्रबंधन या ऑर्डर पूर्ति की जटिलताओं के बिना अपनी विशेषज्ञता का मुद्रीकरण करने की अनुमति देते हैं।
30-दिवसीय चुनौती को समझना
30-दिवसीय चुनौती शुरू करने से प्रक्रिया में तात्कालिकता और प्रतिबद्धता की भावना आती है। यह सीखने, लागू करने और अपने श्रम के वित्तीय फल देखना शुरू करने के लिए एक समय सीमा निर्धारित करने के बारे में है। और 30 Days Challenge कराने की जिम्मेदारी लेता है Digital Azadi School. अगर आप सचमुच में सीखना चाहते हैं तो Digital Azadi School पर क्लिक कर सकते हैं।
सप्ताह 1: सीखने का चरण:
पहला सप्ताह डिजिटल मार्केटिंग शिक्षा की दुनिया में खुद को डुबोने के लिए समर्पित है। जैसे-जैसे आप बुनियादी बातों को आत्मसात करते हैं, ऑनलाइन पाठ्यक्रम, वेबिनार और उद्योग ब्लॉग जैसे प्लेटफ़ॉर्म आपके साथी बन जाते हैं।
सप्ताह 2: कार्यान्वयन प्रारंभ:
मूलभूत समझ के साथ, दूसरा सप्ताह आपकी कार्यान्वयन यात्रा की शुरुआत का प्रतीक है। यह आपके ज्ञान को क्रियान्वित करने, विभिन्न रणनीतियों के साथ प्रयोग करने और व्यावहारिक अनुभव प्राप्त करने के बारे में है।
सप्ताह 3: रणनीतियों को परिष्कृत करना:
जैसे-जैसे आप तीसरे सप्ताह में आगे बढ़ते हैं, फीडबैक आपका सहयोगी बन जाता है। क्या काम करता है और क्या नहीं, इसके आधार पर अपनी रणनीतियों को परिष्कृत करना महत्वपूर्ण है। वास्तविक विकास अक्सर पुनरावृत्ति और समायोजन से आता है।
सप्ताह 4: कमाई का पैमाना
अंतिम सप्ताह वह है जहां आप अपने प्रयासों को बढ़ाते हैं। अपने डिजिटल मार्केटिंग कौशल का मुद्रीकरण करना, चाहे फ्रीलांसिंग के माध्यम से, संबद्ध मार्केटिंग के माध्यम से, या अपने स्वयं के उद्यमों के माध्यम से, केंद्र स्तर पर है। लक्ष्य आपके समय और प्रयास के निवेश पर वित्तीय रिटर्न देखना है।
सफलता की कहानियाँ: वास्तविक लोग, वास्तविक परिणाम:
उन व्यक्तियों की कहानियाँ जिन्होंने LIE यात्रा की और सफलता पाई, प्रेरणा और अवधारणा के प्रमाण दोनों के रूप में काम करती हैं। उनकी विविध पृष्ठभूमि और रास्ते दृष्टिकोण की बहुमुखी प्रतिभा को उजागर करते हैं।
यात्रा में चुनौतियों पर काबू पाना:
कोई भी यात्रा चुनौतियों के बिना नहीं होती। सीखने के चरण में सूचना अधिभार से लेकर कार्यान्वयन की प्रारंभिक बाधाओं तक, इन चुनौतियों को समझना और उनका समाधान करना एलआईई पद्धति का एक महत्वपूर्ण पहलू है।
वित्तीय लाभ से परे लाभ:
LIE की सुंदरता न केवल इसकी वित्तीय लाभ की क्षमता में निहित है, बल्कि इसके द्वारा बढ़ावा दिए जाने वाले व्यक्तिगत और व्यावसायिक विकास में भी निहित है। इस यात्रा के दौरान अर्जित कौशल आपके करियर शस्त्रागार में मूल्यवान संपत्ति बन जाते हैं।
निष्कर्ष:
केवल 30 दिनों में, हम Digital Marketing की दुनियां में उक्त झूठ LIE पद्धति धन सृजन की आपकी समझ को बदल सकती है। डिजिटल मार्केटिंग के माध्यम से सीखना Learn, लागू Implement करना और फिर Earning कमाई करना केवल वित्तीय सफलता का एक फार्मूला नहीं है; बल्कि यह एक पूर्ण और टिकाऊ करियर का खाका है।
अगर उपरोक्त लेख से आपको लगता है कि आपको यह सब करना ही है तो आप Digital Azadi School से 30 Days Challenge कर सकते हैं। और अपने वर्तमान को बदल सकते हैं। इसके लिए आपको Digital Azadi School पर क्लिक करना होगा।
डिजिटल मार्केटिंग में पूछे जाने वाले प्रश्न
- क्या डिजिटल मार्केटिंग शुरुआती लोगों के लिए उपयुक्त है?
- उत्तर:
- हां, डिजिटल मार्केटिंग शुरुआती लोगों के लिए प्रवेश बिंदु प्रदान करती है, और 30-दिवसीय चुनौती शुरू करने के लिए एक संरचित तरीका प्रदान करती है।
मुझे 30-दिवसीय चुनौती के लिए प्रतिदिन कितना समय समर्पित करना चाहिए?
- उत्तर:
- आदर्श रूप से, पर्याप्त प्रगति सुनिश्चित करने के लिए प्रतिदिन कम से कम 2-3 घंटे का लक्ष्य रखें। बाकि जहां से भी आप सीखेंगे उस इस्टीट्यूशन के टाइम टेबल पर निर्भर करता है।
- यदि मुझे 30 दिनों के बाद भी परिणाम न दिखें तो क्या होगा?
- उत्तर:
- धैर्य महत्वपूर्ण है. परिणाम भिन्न हो सकते हैं, और निरंतर प्रयास अक्सर दीर्घकालिक सफलता दिलाते हैं।
- क्या मैं पूर्णकालिक नौकरी करते हुए चुनौती स्वीकार कर सकता हूँ?
- उत्तर:
- हां, चुनौती व्यस्त कार्यक्रम वाले व्यक्तियों को समायोजित करने के लिए डिज़ाइन की गई है।
- क्या डिजिटल मार्केटिंग के कुछ विशिष्ट क्षेत्र दूसरों की तुलना में अधिक आकर्षक हैं?
- उत्तर:
- लेख विभिन्न मार्गों की खोज करता है, लेकिन चुनाव आपके अपने व्यक्तिगत रुचियों और कौशल पर निर्भर करता है।